अकाल और उसके बाद: NBSE Class 10 Alternative Hindi (हिन्दी)

अकाल और उसके बाद Akaal Aur Uske Baad
Share + Two Real PDF + Guest PDF
WhatsApp

Get notes, summary, questions and answers, MCQs, extras, and PDFs of Chapter 5 “अकाल और उसके बाद (Akaal Aur Uske Baad)” which is part of Nagaland Board (NBSE) Class 10 Alternative Hindi answers. However, the notes should only be treated as references and changes should be made according to the needs of the students.

सारांश (Summary)

कविता “अकाल और उसके बाद” (Akaal Aur Uske Baad) में नागार्जुन (Nagarjun) ने अकाल के समय की कठिनाइयों और उसके बाद की आशा का चित्रण किया है। कविता में एक परिवार और उसके साथ रहने वाले जानवरों की दयनीय स्थिति को सरल भाषा में व्यक्त किया गया है।

कई दिनों तक घर में अनाज नहीं था, जिससे चूल्हा जल नहीं सका और चक्की भी बंद रही। इस दौरान कानी कुतिया चुपचाप सोती रही, जैसे वह भी भोजन की प्रतीक्षा कर रही हो। घर की छिपकलियाँ भी दीवारों पर लगातार घूमती रहीं और चूहे भी खाने के अभाव में कमजोर हो गए। अकाल की स्थिति ने न केवल इंसानों को बल्कि घर के पशु-पक्षियों को भी प्रभावित किया।

अचानक जब कई दिनों के बाद घर में अनाज के दाने आते हैं, तो सभी के चेहरे खिल जाते हैं। चूल्हे से धुआँ उठता है, जो यह दर्शाता है कि खाना बनना शुरू हो गया है। परिवार के सदस्यों और जानवरों में एक नई ऊर्जा आ जाती है। कौआ, जो पहले निढाल सा था, अपनी पंखों को खुजलाने लगता है, यह संकेत है कि अब जीवन में कुछ हलचल वापस आ गई है।

कविता में अकाल को एक कठिन और उदास समय के रूप में दिखाया गया है, जब हर कोई, चाहे इंसान हो या जानवर, एक ही संघर्ष से गुजर रहा है। लेकिन जैसे ही खाने की व्यवस्था होती है, सबके चेहरे पर खुशी लौट आती है। यह कविता हमें बताती है कि भोजन की कमी न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक तौर पर भी हर जीवित प्राणी को प्रभावित करती है।

OFN – Free vs Registered

पंक्ति दर पंक्ति (Line by line) स्पष्टीकरण

कई दिनों तक चूल्हा रोया चक्की रही उदास
कवि कह रहे हैं कि कई दिनों तक घर में खाना नहीं बना, इसीलिए चूल्हा जैसे रोता हुआ प्रतीत हुआ। चक्की, जो अनाज पीसने के लिए होती है, वह भी उदास थी क्योंकि घर में कोई अनाज नहीं था जिसे पीसा जा सके।

कई दिनों तक कानी कुतिया सोयी उनके पास
कवि यहां एक कानी (एक आंख से अंधी) कुतिया का जिक्र कर रहे हैं, जो खाने की उम्मीद में घर के पास सोती रही। उसे भी भोजन की कमी के कारण भूखा रहना पड़ा।

कई दिनों तक लगी भीत पर छिपकलियों की गश्त
कई दिनों तक घर की दीवारों पर छिपकलियां लगातार घूमती रहीं, जैसे वे भी कुछ खाने की तलाश में हों। यह दृश्य अकाल की त्रासदी को दर्शाता है, जहां हर जीव भूखा है।

कई दिनों तक चूहों की भी हालत रही शिकस्त।
घर में चूहे भी भूख से परेशान थे और उनकी स्थिति भी बहुत खराब हो गई थी। “शिकस्त” का मतलब है हार जाना या कमजोर पड़ जाना, यानी चूहे भी अपनी भूख से हार गए थे।

दाने आये घर के अन्दर कई दिनों के बाद
अकाल के बाद जब कई दिनों बाद घर में अनाज के दाने आए, तो पूरे घर में खुशी का माहौल बन गया। सभी को राहत मिली कि अब खाने के लिए कुछ है।

धुआँ उठा आँगन से ऊपर कई दिनों के बाद
घर के आँगन से खाना पकने का धुआं कई दिनों के बाद उठा, यह दर्शाता है कि अब फिर से खाना पकाया जा रहा है और भूख की समस्या खत्म हो रही है।

चमक उठीं घर-भर की आँखें कई दिनों के बाद
कई दिनों के बाद घर के सभी लोगों की आंखों में खुशी की चमक आ गई, क्योंकि अब उन्हें भोजन मिल गया था। यह सिर्फ लोगों के पेट भरने की नहीं, बल्कि उम्मीदें फिर से जागने की भी बात थी।

कौए ने खुजलायी पाँखें कई दिनों के बाद
कौआ, जो अक्सर भोजन की तलाश में रहता है, उसने भी अपनी पंखों को खुजाया, जो यह संकेत देता है कि अब उसे भी भोजन मिलने की उम्मीद है। कई दिनों की भूख के बाद अब राहत महसूस की जा रही है।

पाठ्य प्रश्न और उत्तर (textual questions and answers)

अभ्यास प्रश्न

1. ‘चक्की रही उदास और चूल्हा रोया’ से कवि का क्या अभिप्राय है ?

उत्तर: ‘चक्की रही उदास और चूल्हा रोया’ से कवि का अभिप्राय है कि घर में कई दिनों तक अनाज नहीं था, इसलिए चक्की और चूल्हा दोनों काम नहीं कर सके। इससे परिवार के सदस्यों की कठिनाई और भूख का पता चलता है।

2. छिपकली, कानी कुतिया और चूहों की हालत खराब क्यों थी ?

उत्तर: छिपकली, कानी कुतिया और चूहों की हालत खराब थी क्योंकि घर में कई दिनों तक अनाज नहीं था और वे भूखे थे।

3. कानी कुतिया चक्की के पास किस आशा में सोती रही ?

उत्तर: कानी कुतिया चक्की के पास इस आशा में सोती रही कि घर में अनाज आएगा और उसे खाने को कुछ मिलेगा।

4. घर में रहनेवाले मानव और जीव-जन्तुओं की किस समान भावना को कवि ने इस कविता में प्रकट किया है ?

उत्तर: घर में रहनेवाले मानव और जीव-जन्तुओं की समान भावना को कवि ने इस कविता में प्रकट किया है कि सभी को भूख लगती है और सभी अनाज आने की प्रतीक्षा कर रहे थे।

5. अकाल में घर की स्थिति कैसी हो गयी है ? अपने शब्दों में लिखिये।

उत्तर: अकाल में घर की स्थिति बहुत दयनीय हो गई थी। घर में खाने के लिए अनाज नहीं था, जिससे सभी जीव-जन्तु और मानव भूखे थे। चूल्हा बंद था और घर में सन्नाटा था।

6. अकाल के बाद अन्न के दाने आने से घर-भर की आँखों में चमक क्यों आ गयी ?

उत्तर: अकाल के बाद अन्न के दाने आने से घर-भर की आँखों में चमक इसलिए आ गई क्योंकि कई दिनों की भूख और कठिनाई के बाद उन्हें खाने के लिए कुछ मिला, जिससे सभी में खुशी का संचार हुआ।

7. छिपकली, कुतिया और चूहे आदि जीव-जन्तुओं को कवि ने घर-परिवार के रूप में क्यों बताया है ? सही उत्तर चुनिये:

(क) उनका जीवन घर की खाद्य सामग्री पर निर्भर है।
(ख) उनका जीवन मनुष्य पर निर्भर है।
(ग) उनका जीवन घर की चहारदीवारी तक सीमित है।
(घ) उनका जीवन घर की रसोई पर आश्रित है।

उत्तर: (क) उनका जीवन घर की खाद्य सामग्री पर निर्भर है।

भाषा अध्ययन

निम्नलिखित वाक्यों की पदक्रम सम्बन्धी अशुद्धियों को दूर कीजिये

1. यहाँ शुद्ध गाय का दूध मिलता है।

उत्तर: यहाँ गाय का शुद्ध दूध मिलता है।

2. फल बच्चों को काटकर खिलाओ।

उत्तर: बच्चों को फल काटकर खिलाओ।

3. गर्म गाय का दूध स्वास्थ्यवर्द्धक होता है।

उत्तर: गाय का गर्म दूध स्वास्थ्यवर्द्धक होता है।

4. फलो फूलो।

उत्तर: फूलो फलो।

5. कई बैंक के कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया।

उत्तर: कई बैंकों के कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया।

6. असली गाय का घी लाओ।

उत्तर: गाय का असली घी लाओ।

7. दिन आज सबसे अच्छा है।

उत्तर: आज का दिन सबसे अच्छा है।

8. बच्चे का हाल क्या है अब।

उत्तर: अब बच्चे का हाल क्या है।

अंग्रेजी में अनुवाद कीजिये

1. क्रिकेट लोकप्रिय खेल है।

उत्तर: Cricket is a popular game.

2. दीमापुर से कोहिमा की दूरी 75 किलोमीटर है।

उत्तर: The distance from Dimapur to Kohima is 75 kilometres.

3. अन्धे को लाठी का सहारा होता है।

उत्तर: A blind person depends on a stick for support.

4. परिवार के हर सदस्य एक-दूसरे पर निर्भर करते हैं।

उत्तर: Every member of the family depends on each other.

5. अंग्रेजी भाषा हिन्दी का स्थान नहीं पा सकती।

उत्तर: The English language cannot take the place of Hindi.

अतिरिक्त (extras)

प्रश्न और उत्तर (questions and answers)

1. कई दिनों तक चूल्हा रोया, चक्की रही उदास
कई दिनों तक कानी कुतिया सोयी उनके पास

उत्तर: यह पंक्तियाँ कवि की कविता “अकाल और उसके बाद” से ली गई हैं, जिसे कवि ने अकाल की त्रासदी को दर्शाते हुए लिखा है। इन पंक्तियों में कवि ने उस समय की स्थिति का सजीव वर्णन किया है जब घर में भोजन का अभाव हो गया था। चूल्हा, जो भोजन पकाने का प्रतीक है, वह रो रहा है, अर्थात् कई दिनों से उसमें कोई आग नहीं जली है और चक्की, जो अनाज पीसने का प्रतीक है, वह उदास है क्योंकि उसे चलाने के लिए अनाज ही नहीं है। यह स्थिति केवल मनुष्यों को नहीं, बल्कि घर के पालतू जानवरों को भी प्रभावित करती है। कानी कुतिया, जो घर के साथ जुड़ी हुई है, वह भूख के कारण परिवार के पास सो रही है, जैसे कि वह भी उनकी दुर्दशा का हिस्सा हो। यह पंक्तियाँ अकाल की भयावहता और घर की दयनीय स्थिति को बहुत ही मार्मिक ढंग से व्यक्त करती हैं।

Missing answers are only available to registered users. Please register or login if already registered. How to register? Click on Menu and select Register

9. अकाल का प्रभाव किन-किन जीवों पर पड़ा?

उत्तर: अकाल का प्रभाव परिवार के सदस्यों, कानी कुतिया, छिपकलियों, कौए और चूहों पर पड़ा।

बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQs)

1. छिपकलियों ने कहाँ गश्त लगाई?

(क) आँगन में
(ख) दीवार पर
(ग) छत पर
(घ) खिड़की पर

उत्तर: (ख) दीवार पर

Missing answers are only available to registered users. Please register or login if already registered. How to register? Click on Menu and select Register

8. चूल्हे की क्या स्थिति थी?

(क) जल रहा था
(ख) रो रहा था
(ग) टूटा हुआ था
(घ) साफ़ था

उत्तर: (ख) रो रहा था

Ron'e Dutta
Ron'e Dutta
Ron'e Dutta is a journalist, teacher, aspiring novelist, and blogger who manages Online Free Notes. An avid reader of Victorian literature, his favourite book is Wuthering Heights by Emily Brontë. He dreams of travelling the world. You can connect with him on social media. He does personal writing on ronism.

Get notes of other classes and subjects

NBSE SEBA/AHSEC
NCERT TBSE
WBBSE/WHCHSE ICSE/ISC
BSEM/COHSEM Custom Notes for Teachers
MBOSE Question Papers
Notify change in syllabus/books Sell PDFs of your books
Request notes not available now Share PDFs of question papers

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *


Only for Registered Users