NBSE Class 10 Alternative Hindi

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We have provided solutions and introductions of the chapters of NBSE Class 10 Alternative Hindi for students studying under Nagaland Board. Click on the link mentioned under each chapter to get the answers of that chapter. However, the given notes/solutions should only be used for references and should be modified/changed according to needs.

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NBSE Class 10 Alternative Hindi: मिठाई वाला

Introduction to NBSE Class 10 Alternative Hindi Chapter “Mithaiwala”: भगवती प्रसाद वाजपेयी का जन्म कानपुर जिले में मंगलापुर गांव में 1899 में हुआ था | उन्होंने कहानी, उपन्यास, नाटक, कविता आदि विधाओं में काफी साहित्य लिखा है | इस कहानी में मुरली नामक एक व्यक्ति अलग-अलग चीजें बहुत कम पैसों में बच्चों को बेचता था | बच्चे उसे देखकर बहुत खुश हो जाते, पर उनके माता-पिता सोचते कि यह व्यक्ति ऐसा क्यों करता है | एक बार वह व्यक्ति मिठाइयां बेचने आया | तब एक महिला के पूछने पर वह व्यक्ति उन्हें बताया कि उसका पूरा परिवार एक हादसे में खत्म हो गया था | इसीलिए बच्चों को पसंद आने वाली चीजें वह सस्ते दामों पर बेचता था ताकि वह बच्चों से मुलाकात करता रहे और सब बच्चों में अपने बच्चों को देखता रहे |

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NBSE Class 10 Alternative Hindi: अकेली

Introduction to NBSE Class 10 Alternative Hindi Chapter “Akeli”: “अकेली” कहानी की लेखिका है मुन्नी भंडारी | इनका जन्म 1931 को भानुपूरा, राजस्थान में हुआ था | एक कहानी एक ऐसी औरत की है जो संसार में अकेली थी | यह पूरा कहानी सीमा नामक इस महिला के जिंदगी के इर्द-गिर्द घूमती रहती है | कहने को तो उनका पति था, पर वह उसके साथ हमेशा नहीं रहता था | कहानी में उनका एक पुत्र था जिसका मृत्यु हो चुका थी | अकेली होने के कारण वह अपना ज्यादातर समय सामाजिक कार्यों में व्यतीत करती थी, पर उनकी पति को यह अच्छा नहीं लगता था | इस कहानी के द्वारा लेखिका ने महिलाओं के जीवन का एक अनकही लेकिन जरूरी पहलू को रखने की कोशिश की है |

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NBSE Class 10 Alternative Hindi: बुढ़िया का बदला

Introduction to NBSE Class 10 Alternative Hindi Chapter “Budhiya ka badla”: प्रस्तुत कहानी “बुढ़िया का बदला” एक नागा लोककथा है | लेखक के. पी. लोथा ने अपनी कल्पना शक्ति से इस लोक कथा को अपने रोचक ढंग से हिंदी में प्रस्तुत किया है | इस कहानी में मानव के स्वार्थपरता को दिखाया गया है | यह कहानी आरमा नामक एक खूबसूरत नवयुवक से शुरू होता है जिससे गांव के सभी युवक ईर्ष्या करते थे क्योंकि गांव की सारी युक्तियां उस पर मरती थी और हमेशा उनकी दृष्टि उसी पर जमी रहती थी | इसी ईर्ष्या के चलते उन्होंने एक दिन आरमा को कूट-कूट कर नदी में बहा दिया |

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NBSE Class 10 Alternative Hindi: वापसी

Introduction to NBSE Class 10 Alternative Hindi Chapter “Wapsi”: उषा प्रियंवदा आधुनिक काल की प्रसिद्ध महिला साहित्यकार है | इनका जन्म 1932 को हुआ था | “वापसी” कहानी में एक ऐसे व्यक्ति के बारे में बताया गया है जो वर्षों की नौकरी के बाद सेवानिवृत्त होकर अत्यंत खुशी से अपने घर वापस आते हैं, पर उनके सोच के विपरीत, वह घर आते ही घर का पूरा माहौल बदला हुआ पाते हैं | पत्नी, बच्चे, बहू, बेटी, किसी में भी गजाधर बाबू के प्रति कोई लगाव नहीं था | यह कहानी एक सेवानिवृत्त व्यक्ति की अकेलेपन का मार्मिक चित्रांकन है |

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NBSE Class 10 Alternative Hindi: भारतीय संस्कृति में गुरु-शिष्य संबंध

Introduction to NBSE Class 10 Alternative Hindi Chapter “Bharatiya sanskriti mei guru-sishya sambandh”: आनंद शंकर माधवन का जन्म केरल प्रदेश मैं सन 1940 में हुआ था | “भारतीय संस्कृति में गुरु शिष्य संबंध” निबंध मैं लेखक ने बदलते समय के साथ साथ गुरु और शिष्य के बीच में बदलते संबंध के रूप का वर्णन किया है | हमारे समाज में व्यवसायिक संस्कृति का बोलबाला है | इसी कारण गुरु शिष्य संबंधों में परिवर्तन आया है | पहले विद्यालय मंदिर के समान माने जाते थे और शिक्षा देना एक आध्यात्मिक अनुष्ठान था| उस समय पैसा देकर शिक्षा खरीदी नहीं जाती थी, परंतु आज तिथि बिल्कुल बदल गई है और अब शिक्षा कार्य पेट पालने का साधन बन गया है |

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NBSE Class 10 Alternative Hindi: व्यवहार-कुशलता

Introduction to NBSE Class 10 Alternative Hindi Chapter “Vwabhar kushalta”: “व्यवहार-कुशलता” निबंध का लेखक अनंत गोपाल अनंत शेवड़े है | प्रस्तुत निबंध में लेखक ने इस बात पर बल दिया है कि व्यक्तियों को एक दूसरे के सहारे और प्रोत्साहन की सबसे अधिक आवश्यकता उस समय होती है जब वह निराशा में डूबे हुए हो | ऐसे समय हमारी सहानुभूति और सहायता उनके खोए हुए आत्मविश्वास को वापस ले आते हैं | दूसरे की भावनाओं का सम्मान करना, उनके साथ सच्चाई और स्नेह का व्यवहार करना ना केवल सज्जनता है बल्कि सच्ची व्यवहार-कुशलता है |

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NBSE Class 10 Alternative Hindi: भेड़ें और भेड़िये

Introduction to NBSE Class 10 Alternative Hindi Chapter “Bher aur bheriya”: “भेड़ें और भेड़िये” कहानी के माध्यम से कवि हरिशंकर परसाई वर्तमान काल में होने वाले चुनावों की आलोचना करते हैं | इस कहानी में लेखक ने एक वन के बारे में कहा है जहां सब जानवर यह निर्णय करते हैं कि वहां एक प्रजातंत्र की स्थापना की जाएगी | पर चुनाव की बात सुनकर भेड़िये चिंता में आ गए क्योंकि उस जंगल में भेड़ें और दूसरे जानवरों की संख्या 90% थी, जबकि भेड़िये सिर्फ 10% ही थे | इसका मतलब अगर चुनाव होते तो भेड़िये कभी चुनाव नहीं जीत पाते | इसका मतलब यह होता कि अगर भेड़ें चुनाव जीत जाते हैं तो भेड़िये कभी और उनका शिकार नहीं कर पता | जैसे-जैसे चुनाव का चुनाव का दिन निकट आता जा रहा था, भेड़िये की चिंता बढ़ रही थी |

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